ये आकाशवाणी का जबलपुर केन्द्र है
केन्द्र की डीआरएम (डिजीटल रेडियो मॉडिलेशन) योजना के तहत पूरा हुआ काम, 70 प्रतिशत से अधिक रिकॉर्ड कार्यक्रम भी हुए डिजीटल, मप्र और छत्तीसगढ़ का एकमात्र डिजीटल रेडियो केन्द्र बना जबलपुर
जबलपुर। ये आकाशवाणी का जबलपुर केन्द्र है... अब यह मप्र और छत्तीसगढ़ का एकमात्र डिजीटल रेडियो हो चुका है। इससे आपको आवाज की गुणवत्ता के साथ उत्तम प्रसारण भी सुनाई देगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा साल 2016 के शुरुआत में आकाशवाणी केन्द्रों के लिए शुरू की गई डीआरएम (डिजीटल रेडियो मॉडिलेशन) योजना के तहत दो राज्यों में केवल जबलपुर के आकाशवाणी केन्द्र को चुना गया। जो कि अब पूरा हो चुका है। इसकी ट्रायल भी एक महीने से चल रही है। योजना की आधिकारिक लॉचिंग दिल्ली से तय होगी। डिजीटल होने के बाद जबलपुर आकाशवाणी प्रदेश सहित आधा दर्जन अन्य प्रदेशों में भी साफ-साफ सुना जाने लगा है।
इसलिए जबलपुर को चुना आकाशवाणी जबलपुर के सहायक निदेशक कमल कुमार सागरे ने बताया कि डीआरएम (डिजीटल रेडियो मॉडिलेशन) योजना के लिए मप्र और छत्तीसगढ़ के सभी रेडियो स्टेशनों को छोड़कर जबलपुर आकाशवाणी केन्द्र को चुना गया। इसकी मुख्य वजह यहां से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की प्रसिद्धि और सबसे ज्यादा श्रोताओं की संख्या का होना था।
यहां से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों में सबसे ज्यादा कृषि जगत को सुना जाता है। इसके बाद युवाओं के कार्यक्रम युववाणी, शक्तिरूप, लोकगीत, शास्त्रीय संगीत, लोकगंधा, समसामायिक विषयों पर चर्चा और दिल्ली व इंदौर से प्रसारित होने वाले समाचार हैं। इन कार्यक्रमों के अलावा स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रमों को भी प्रमुखता के साथ प्रसारित किया जाता है।